राहत इंदौरी का नाम आज के दौर के सबसे कामयाब और शूमार शायरों में हैं बल्कि इन्हें लोग मुशायरों का बेताज बादशाह भी कहते हैं | उनके क़ीमती कलाम और उनको पढ़ने का अंदाज़ लोगों को उनके ओर खींचता हुआ लाता हैं | | आज के माहौल की दिक़्क़तों को लेकर भी उन्होंने बहुत से शेर कहे हैं | राहत साहब को हिंदुस्तान के अलावा दूसरे मुल्कों में भी कई हिंदी और उर्दू के मंचो में उन्हें बेशुमार शोहरत हासिल है | अभी हाल ही में 11 अगस्त 2020 को अपने सीने की आग को इस दुनियां के हवाले कर उन्होंने इस दुनियाँ को अलविदा कह दिया | राहत साहब ने बहुत सी गज़ले लिखी हैं लेकिन उनकी कुछ ग़ज़लें आप तक नहीं पहुंची होगी इसीलिए आज मैं इस पोस्ट से आपको उनकी कुछ अनसुनी ग़ज़लों से तार्रुफ़ कराने जा रहा हूँ, तो मुलाहिज़ा फरमाएं -
No comments:
Post a Comment